उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित 5 राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान हो चुका है। उत्तराखंड में एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी सरकार की ‘प्रथा’ लंबे समय से चल रही है। क्या इस बार पुष्कर सिंह धामी बीजेपी की धमक बरकरार रख पाएंगे या हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता हासिल कर पाएगी? इसका जवाब 10 मार्च को मतगणना के बाद मिलेगा। फिलहाल एक ताजा ओपिनियन पोल में दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर दिख रही है। उत्तराखंड में सभी सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होगा।
ताजा जानकारियों और कई निजी चैनलों ओर से किए गए ओपिनियन पोल के नतीजे बताते हैं कि भाजपा और कांग्रेस में नजदीकी मुकाबला हो सकता है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी 31 से 37 सीटें जीत सकती है तो कांग्रेस भी 30 से 36 सीटें हासिल कर सकती है। वहीं, आम आदमी पार्टी 2-4 सीटों पर सिमट सकती है। ओपिनियन पोल की बात करें तो मुख्यमंत्री चेहरे पर 42.34 फीसदी वोटों के साथ पुष्कर सिंह धामी लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। युवा चेहरा होने के साथ ही ताबातोड़ घोषनाएं करने वाले धामी को एक बार फिर लोग उत्तराखंड के मुखिया के रूप में देखना चाहते हैं जबकि 23.89 प्रतिशत के साथ कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत दूसरे नंबर पर लोगों की पसंद है और ‘आप’ के कर्नल अजय कोठियाल 14.55 फीसदी वोटों के साथ लोगों की तीसरी पसंद बने हुए हैं।
भाजपा में फिलहाल सीएम के रूप में वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी ही सबसे आगे हैं। जुलाई 2021 में वर्तमान सरकार के तीसरे सीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद धामी ने लगातार प्रदेश के दौरे पर हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा समेत सभी नेता धामी को भविष्य बता चुके हैं। इससे माना जा रहा है कि भाजपा में फिलहाल धामी ही सीएम को चेहरा हो सकते हैं। हालांकि, पार्टी में मुख्यमंत्री के कई दावेदार हैं, इनमें पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी शामिल हैं। कांग्रेस में जाहिर तौर पर इस वक्त चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ही भावी सीएम की दौड़ में है। दोनों के समर्थकों का मानना है कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर इनमें ही एक व्यक्ति सीएम बनेगा। इन सबके बीच जिस प्रकार दलित सीएम की बात कांग्रेस में आती रही है, उससे यशपाल आर्य का नाम भी इस दौड़ में शामिल हो जाता है। इधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के समर्थक उन्हें छुपे रूस्तम की तरह देख रहे हैं। सत्ता में आने पर सीएम के पद के शीर्ष नेताओं में संघर्ष होने पर गोदियाल भी बाजी मार सकते हैं। प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों में केवल आप ही ऐसा दल है जिसने सीएम को लेकर कोई असंमजस नहीं रखा है। आप ने काफी पहले ही कर्नल अजय कोठियाल (रि) को अपना सीएम प्रत्याशी घोषित कर दिया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद उत्तराखंड आकर उनके नाम का ऐलान किया।