उत्तराखंड में आज एक राजनैतिक इतिहास बन गया है प्रदेश के कोटद्वार की बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण उत्तराखंड की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष चुनी गई हैं। उत्तराखंड के प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत ने ऋतु खंडूड़ी को पद और गोपनियता की शपथ दिलाई। उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि जब किसी महिला को विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। उत्तराखंड राज्य गठन के बाद से विधानसभा अध्यक्ष के पद पर पुरुष ही काबिज रहे हैं। बता दें कि पांचवीं उत्तराखंड विधानसभा का पहला सत्र भी 29 मार्च से शुरू हो रहा है जो तीन दिनों तक यानी 31 मार्च तक चलेगा।
वही प्रदेश मुख्यालय पर इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के हर क्षेत्र में घर से लेकर समाज तक महिलाएं अग्रणी भूमिका में रहती हैं। आज उत्तराखंड और विधानसभा के लिए ऐतिहासिक दिन है कि प्रदेश के सबसे बड़े सदन की कमान महिला को मिली है। सीएम धामी ने नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूड़ी को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में विधानसभा की सभी कार्यवाही और गतिविधियां बेहतर चलेंगी और वो एक अलग नजीर पेश करेंगी।
आपको बता दे ऋतु खंडूड़ी दूसरी बार विधायक बनी हैं। 2017 के विधासनभा चुनाव में ऋतु खंडूड़ी पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव जीती थीं हालांकि इस बार बीजेपी ने उन्हें कोटद्वार विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था जहां से कभी मुख्यमंत्री रहते हुए उनके पिता भुवन चंद्र खंडूड़ी की हार हुई थी। 2012 में सुरेंद्र सिंह नेगी ने ही भुवन चंद्र खंडूड़ी को हराया था। खंडूड़ी की हार से बीजेपी की सरकार बनते-बनते रह गई थी। हालांकि इस बार 2022 में बेटी ने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर पिता का हार का बदला लिया। ऋतु खंडूड़ी के पति राजेश भूषण बेंजवाल बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और केंद्र सरकार में स्वास्थ्य सचिव के पद पर तैनात हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाहरी राज्यों में सरकारी सेवाओं के चलते एक पीढ़ी से राजेश भूषण बेंजवाल का परिवार गांव से बाहर ही रहता है। गांव के लोगों के साथ स्वयं उन्हें भी उम्मीद है कि अब विधानसभा अध्यक्ष बनने पर जरूर ऋतु खंडूड़ी अपने ससुराल जरूर आएंगी।