कोरोना महामारी के बीच इन दिनों जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर में मौसम बदलने से कुत्ते पार्वो वायरस की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी से कुत्तों की आंत में संक्रमण फैल रहा है। पार्वो वायरस से कुत्तों की मौत अधिक हो रही है। कुत्ता पालने वाले लोग बड़ी संख्या में अपने कुत्ते लेकर पशु चिकित्सालय में पहुंच रहे हैं। काशीपुर में राजकीय पशु चिकित्सालय में इन दिनों 15 कुत्ते रोजाना पहुंच रहे हैं। इसमें से करीब 10 कुत्तों में पार्वो वायरस होने की पुष्टि की जा रही है। पशु चिकित्सालय ने कुत्ता पालकों को टीकाकरण कराने की हिदायत दी है। ताकि इस रोग से कुत्तों को बचाया जा सके. सर्दी की वजह से नगर में पार्वो वायरस फैल रहा है।
आपको बता दें कि मौसम अनुकूल न होने के कारण पालतू कुत्ते भी पार्वो वायरस की चपेट में आ रहे हैं। पार्वो वायरस से पीड़ित कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुत्तों की हालत तेजी से बिगड़ने के चलते लोग परेशान हैं। काशीपुर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश दुम्का ने बताया कि बढ़ती सर्दी की वजह से यह वायरस कुत्तों में सक्रिय हो जाता है। यह वायरस आगामी फरवरी मार्च तक रहने की आशंका है। इसकी चपेट में आते ही कुत्तों को उल्टी और खूनी दस्त होने शुरू हो जाते हैं। वह खाना-पीना छोड़ देते हैं. समय पर टीकाकरण न कराए जाने पर कुत्ते की मौत भी हो जाती है.इन बातों का रखें ध्यान। अगर कुत्ते का बच्चा पालना चाहते हैं तो इससे बचाव का एक ही उपाय है कि समय से टीकाकरण कराना। लोगों को चाहिए कि पालतू कुत्ते को 25 से 35 दिन के अंदर पहला टीका 6 से 8 हफ्ते बाद दूसरा टीका, 8 से 12 हफ्ते के बीच तीसरा टीका जरूर लगवाएं। टीका लगाए हुए कुत्तों को इस वायरस का डर नहीं रहता है। टीकाकरण करवाने वाले पशुपालकों को उन्होंने पानी तक नहीं देने की हिदायत दी। साथ ही ड्रिप और एंटीबायोटिक दवाएं दिए जाने की बात कही है।
जानवरों में तमाम तरह की संक्रामक बीमारियां होती हैं। इनमें कुत्तों में होने वाली बीमारियों में पार्वो वायरस बेहद घातक है। इस वायरस से पीड़ित कुत्ते के व्यवहार में अचानक बदलाव आ जाता है। यह एक वायरल बीमारी है और समय पर इलाज न होने पर जानवरों की मौत तक हो जाती है। बीमार पड़ने से पहले कुछ ऐसे लक्षण नजर आते हैं जिससे आप आसानी से जान सकते हैं कि आपका कुत्ता वायरल संक्रमित हो चुका है। पार्वो वायरस से संक्रमित कुत्तों के व्यवहार में कई तरह के बदलाव आ जाते हैं। कुत्तों को खांसी आने लगती है. इसके साथ ही खाना और पानी छोड़ देते हैं। संक्रमण जब पूरी तरह से हावी हो जाता है तो खून की उल्टियां-दस्त शुरू हो जाते हैं। इसके बाद कुत्तों की मौत हो जाती है. समय से वैक्सीनेशन ही एकमात्र उपचार है।