उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-2022 अब काफी नजदीक आ चुका है। ऐसे सभी राजनैतिक पार्टिया और चुनाव लड़ने की मंशा रखने वाले लोग अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए है जिसे प्रदेश की राजनैतिक गलीयारों में हलचल का दौर जोरो पर है। जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर के भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अपने बेटे त्रिलोक सिंह चीमा के लिए पार्टी से टिकट की दावेदारी पेश की। वही इसके साथ ही काशीपुर में बीते रोज पूर्व सांसद बलराज पासी की रैली को उन्होंने दरार डालने वाला करार दिया।
आपको बता दे कि विधायक चीमा ने बीते दिन पूर्व सांसद बलराज पासी की रैली को लेकर कहा है कि न संगठन और न संघ ने इस रोड शो के आयोजन के लिए उन्हें कहा था। ये पार्टी में दरार डालने वाला काम है। हालांकि पहले चीमा सीधे तौर पर पासी का नाम लेने से बचने की कोशिश करते दिखाई दिए लेकिन बाद में चीमा ने रोड शो में लगे नारे ‘हर हर काशी-घर घर पासी’ को पूरी तरह गलत बताया। वही इसके साथ ही चीमा ने अपने 20 वर्षों के अबतक के कार्यकाल को शहर के लिए उपलब्धि भरा बताया। उन्होंने कहा कि उनके इस कार्यकाल में काशीपुर विधानसभा के हर घर को बिजली, पानी के साथ-साथ हर घर तक पक्की सड़कों का जाल बिछाया गया। उनके 2002 में विधायक बनने से पहले काशीपुर में गुंडागर्दी चरम पर थी। हर नागरिक गुंडों के आतंक से परेशान था। शहर में व्यापार करना मुश्किल हो गया था। गुंडा तत्व कहीं भी किसी को भी धमका कर वसूली करते थे। लेकिन जब से वह विधायक बने तब से कोई गुंडा किसी को मार तो नहीं सकता पर मर सकता है।
वहीं भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा इस बार विधानसभा चुनाव में अपने बेटे त्रिलोक सिंह चीमा को दावेदार के रूप में पेश करते हुए कहा कि अब उनकी आयु 76 वर्ष की हो चुकी है। पार्टी की नीति है कि 75 पार लोगों को पार्टी टिकट नहीं देती। अब अगर पार्टी की ओर से उन्हें टिकट के लिए मना किया जाता है तो वह स्वयं को दावेदारी से अलग कर रहे हैं लेकिन अपने बेटे त्रिलोक सिंह चीमा के लिए वह पार्टी से टिकट मांग कर रहे है। हालांकि चीमा ने यह भी कहा कि वे टिकट मांग रहे हैं लेकिन निर्णय अंतिम रूप से पार्टी को लेना है। अगर पार्टी किसी अन्य को टिकट देती है तो वह उसे भी चुनाव लड़ाएंगे क्योंकि वह पार्टी के निर्देशों से बंधे हुए हैं।