लगातार खुलासे पर खुलासे के बावजूद उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जनपद में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। स्थानीय बदमाशों को छोड़ भी दें तो यहां दूसरे प्रदेशों के बदमाश खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अब तक यूपी के बदमाश यहां आकर वारदातों को अंजाम देते थे। वहीं अब पंजाब के कुख्यात बदमाशों के गैंगों की धमक भी यहां साफ दिखाई दे रही है।
ऊधम सिंह नगर के काशीपुर महल हत्याकांड में सीधे पंजाब के कुख्यात गैंग के गुर्गों के अंजाम दिए जाने की पुलिस खुद पुष्टि कर चुकी है। वहीं काशीपुर में ही तीन सर्राफा कारोबारियों को रंगदारी की धमकी पंजाब के कुख्यात गैंगेस्टरों के नाम से दी गयी है। अपराधों के अनावरण को लेकर अपनी पीठ खुद थपथापने वाली जिला पुलिस की पकड़ से अब तक न महल हत्याकांड का मास्टर माइंड कोसों दूर है। वहीं सर्राफा कारोबारियों को धमकी के मामले में भी पुलिस अब तक अंधेरे में हाथ पांव मारती दिख रही है। जिले में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। हत्या की वारदातें अक्सर सामने आ रही थी लेकिन अब पेशेवर संगठित अपराधी यहां कानून व्यवस्था को खुली चुनौती देते दिख रहे हैं। रुद्रपुर में करीब माह भर पहले गंगापुर रोड में ज्वैलर्स के घर हुए लूट का अब तक पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है। वहीं जिले भर में चोरों ने अलग से लोगों की नींद उठा दी है। गदरपुर में बीते दिनों एक ही रात में पांच घरों में चोरी हुई थी। वहीं रुद्रपुर में ट्रांजिट कैम्प में लगातार चोरी की वारदातें हो रही हैं। किच्छा और रुद्रपुर थाना क्षेत्र में भी चोरी की लगातार वारदातें हो रही हैं। जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। आला अधिकारी और उनकी टीम अपराध रोक पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। अपराध रोकने में नाकाम रहने और घटनाओं के खुलासे के आंकड़े गिनाकर खुद की नाकामी को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं। सिर्फ तबादलों में है जोर हर थाने और चौकी क्षेत्र में लगातार अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है। एक बावजूद जिला पुलिस में लगातार थाने-चौकियों में पोस्टिंग बदलने पर ही पूरा जोर दिख रहा है। कई जगह अपराध बढ़ने के बाद भी थाना और चौकी प्रभारियों को अभयदान मिल रहा है तो कहीं छोटी सी चूक पर भी प्रभारी को इधर से उधर कर दिया जा रहा है। इससे भी पुलिस की अपराध रोकने की रणनीति पर असर पड़ रहा है।