उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से उत्तराखंड के कई हिस्सों में रुक-रुक कर हो रही बरसात के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है बरसात के चलते कई जगह पर आपदा की स्थिति बनी हुई है। पहाडी क्षेत्र में भूस्खलन, और सड़कों पर मलबा आ जाने से जगह-जगह सड़कें बाधित हो गई हैं तो मैदानी क्षेत्र में जल भराव के साथ लोगों को अन्य परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में विपक्ष भी अब सरकार को घेरने में जुट गया है खुद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने ऐसी तमाम परेशनिओ को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला है।
प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को घेरते हुए जमकर हमला बोला है। यशपाल आर्य ने कहा है कि अभी उत्तराखंड में बारिश पूरी तरह से नहीं आई है छुटपुट बरसात से उत्तराखंड को काफी नुकसान पहुंचा है। लेकिन सरकार और सरकारी मशीनरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं कर पा रही है इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यशपाल आर्य ने कहा है कि उत्तराखंड आपदा प्रभावित राज्य है ऐसे में सरकार को पहले से ही व्यवस्थाओं को ठीक करने की जरूरत है लेकिन सरकार आपदा से होने वाले नुकसान से कोई सबक नहीं ले रही है। जिसका नतीजा है कि हर साल उत्तराखंड को आपदा से भारी नुकसान पहुंचता है। यशपाल आर्य ने कहा है कि कई जगह थोड़ी सी बरसात में पहाड़ टूट कर गिर रहे हैं कई जगहों पर सड़कें बंद हैं मैदानी क्षेत्रों में जल भराव के साथ अन्य परेशनियो का सामना करना पड रहा है लेकिन न ही पहाड़ों में सरकार सड़कों को नहीं खोल पा रही है और ना ही मैदानी क्षेत्रों में जल भराव की परेशनियों से लोगो को निजाद दिला पा रही है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि सरकार के कर्मचारी ठीक ढंग से काम नहीं कर रहे हैं जिसका नतीजा है कि लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है उन्होंने कहा कि सरकार केवल चारधाम यात्रा के नाम पर वाहवाही लूट रही है लेकिन चारधाम यात्रा किस तरह से हुई है सभी को पता है चारधाम यात्रा में बहुत सी व्यवस्थाएं ठीक नहीं होने के चलते जान गई है लेकिन सरकार सबक नहीं ले रही है। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि बरसात के चलते सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं लोग लगातार दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं लेकिन सरकार के पास कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है आपदा प्रबंधन में सरकारी मशीनरी पूरी तरह से फेल है आपदा प्रबंधन के नाम पर सरकार के पास बजट की व्यवस्था तक ठीक ढंग से नहीं है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि आपदा प्रबंधन के नाम पर सरकार पूरी तरह से फेल है।